Nainan Radhey, Bainan Radhey - Pad Written By Shri Lalit Kishori


Nainan Radhey, Bainan Radhey, Sainan Radhey, Krtinit Radhey|
Kanan Radhey, Tanan Radhey, Bhanan Radhey, Hitvit Radhey||
Dukh mein Radhey, Sukh mein Radhey, Mukh mein Radhey, Urr Chit Radhey|
Lalit Kishori Itt Uta Radhey, Jit Dekhon Main Tit- Tit Radhey ||

Shri Radha is in my eyes, Shri Radha is in my voice, Shri Radha is in my gestures and Shri Radha alone is in my actions.
Shri Radha is in my ears, Shri Radha is in my songs. Shri Radha is in my consciousness, Shri Radha alone is my virtue and well-being.

Shri Radha is in my sorrow, Shri Radha is in my happiness, Shri Radha is in my tongue, Shri Radha alone dwell in my heart.
  , Rasik Saint of Vrindavan Says Shri Radha is there on my left, right, top and bottom. Wherever I see, I see only Radha!

नैनन राधे बैनन राधे सैनन राधे कृतानित राधे |
कानन राधे तानन राधे भानन राधे हितवित राधे ||
दुःख में राधे, सुख में राधे, मुख में राधे, उर चित राधे |
ललित किशोरी इत-उत राधे जित देखौं मैं तित तित राधे ||

श्री राधा मेरी आंखों में हैं, श्री राधा मेरी बोलनी में हैं, श्री राधा मेरे इशारों में हैं और केवल श्री राधा ही मेरी करनी में है।
श्री राधा मेरे कानों में हैं, श्री राधा मेरे गायन में हैं, श्री राधा मेरी चेतना में हैं, केवल श्री राधा ही मेरा हित हैं।
श्री राधा मेरे दुख में हैं, श्री राधा मेरी खुशी में हैं, श्री राधा मेरे मुख में हैं, केवल श्री राधा ही मेरे हृदय में रहती हैं।
श्री ललित किशोरी, वृंदावन के रसिक संत कहते हैं कि वह जहाँ भी देखते हैं केवल और केवल श्री राधा ही दिखती हैं|

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