"Ang Ang Sab Laal Ke, Jhukar Priya Ki Aur | Sahaj Prem Ko Daar Paryo, Bandhey Neh Ki Dor"


"Ang Ang Sab Laal Ke, Jhukar Priya Ki Aur |
Sahaj Prem Ko Daar Paryo, Bandhey Neh Ki Dor" - Shri Dhruv Das

 Every part of Shri Krishn’s body (his actions and thoughts as well)
is fully inclined towards Shri Radha i.e. he is completely surrendered
to her. The reason for this is that he is tied with the thread of divine
 love.

“अंग अंग सब लाल के, झुकत प्रिया की ओर। सहज प्रेम कौ ढार परयौ, बँधे नेह की डोर || ”

 श्री श्यामसुन्दर का अंग अंग श्री प्रिया की ओर झुका रहता है अर्थात् वे
सम्पूर्ण रूप से श्री प्रिया में आसक्त रहे आते हैं।उनके मन में सहज प्रेम
का ढाल लगा हुआ है अर्थात उनके मन की सम्पूर्ण वृत्तियाँ श्री प्रिया की ओर
 दौड़ती रहती हैं।इसका कारण यह है कि वे प्रेम की डोर से बँधे हुए हैं

Comments