“ जात जात में सब, सभी जात कुजात | रसिक अनन्य अजात की कहौ कौन सी जात || "
- श्री भगवत रसिक - भगवत रसिक की वाणी
जाति जाति करते सब चला ही जाता है, और अंत में सभी जातियां कुजाति सिद्ध होती हैं। कहिये ‘रसिक अनन्य’ भक्त जो श्री राधा रानी का अनन्य भक्त है और वृन्दावन ही जिसका जीवन है उसकी भला कौन सी जाति है ?
“Jaat Jaat Mein Sab, Sabhi Jaat Kujaat |
Rasik Ananya Ajaat Ki Kaho Kaun Si Jaat”
- Shri Bhagwat Rasik, Bhagwat Rasik Ki Vani (20)
Everyone talks about the caste, and ultimately, all the castes are proven to be evil, if one doesn't do the devotion. 'Rasik Ananya' devotees don't favor or belong to any caste, (i.e they are the exclusive devotees of Shri Radha and the Vrindavan is the only source of their life).
Website: www.brajrasik.org
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